बीरबल बादशाह अकबर के दरबार में मुख्य सलाहकार के पद पर थे और उन्होंने अपनी चतुराई से दरबार में आयी कई मुश्किलों को हल भी किया था। वह गरीबों के लिए भी किसी भगवान् से कम नहीं थे। बीरबल की खिचड़ी की कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि दूसरों की सफलता के पीछे किए गए परिश्रम को जाने बगैर हमें उनके बारे में राय नहीं बनानी चाहिए।
Birbal was in the position of Chief Advisor in the court of Emperor Akbar and he had cleverly solved many problems in the court. He was no less than a god even for the poor. The story of Birbal's khichdi teaches us that without knowing the hard work behind the success of others, we should not form an opinion about them.