ये कहानी है एक दुष्ट काज़ी की जो लोगों को मुर्ख बना के उन्हें लूटता था। एक दिन सैफ अली नाम का एक आदमी अकबर के दरबार में आता है और उन्हें बताता है की काज़ी ने उसे ठगा है और उसकी सोने की मुहरों की जहाँ उसे पत्थर से भरा थैला दे दिया। वह बादशाह से उसकी मदद करने के लिए कहता है। तब बीरबल अपनी बुद्धिमता से उस काज़ी की असलियत सबके सामने लातें है, और उसे दंड भी दिलवाते है। वहीँ सैफ अली को अपना पैसा मिल गया।
This story is about a wicked kazi who fools people and takes their money by fraud. One day a man named Saif Ali comes to Akbar's court and tells them that Kazi has duped him and instead of his gold coin bag, he gave him a bag full of stones. He asks the king to help him. Then Birbal, with his intelligence, brings the reality of Kazi in front of everyone, and also gets him punished. Saif Ali got his money back.