वैसे तो बादशाह अकबर बीरबल को बहुत पसंद करते थे और उनकी काबिलियत पे भी उन्हें कोई संदेह नहीं था। पर उनके दरबार में कुछ दरबारी बीरबल से बहुत जलते थे इसलिए उन्होंने बादशाह अकबर से बीरबल कि परीक्षा लेने के लिए कहा। अकबर जानते थे कि बीरबल के पास हर सवाल का जवाब है और वो बीरबल की बुद्धिमत्ता से भी काफ़ी प्रभावित थे | फिर भी वो समय-समय पर उन्हें परखते रहते थे और अपने मन में आए सवालों के जवाब मांगते रहते थे |
King Akbar was very fond of Birbal. This made a certain courtier very jealous. Now this courtier always wanted to be chief minister, but this was not possible as Birbal filled that position. Akbar knew that Birbal had the answer to every question and he was also very impressed with Birbal's intelligence. Still, he used to test them from time to time and kept asking for the answers to the questions that came to his mind.