बादशाह अकबर को लगता है की उनका बेटा दुनिया में सबसे सुन्दर है, और सभी दरबारी उनके बेटे की तारीफ़ करते है। पर बीरबल कहते है की वह ये बात यही मानते की शहजादे ही दुनिया में सबसे ख़ूबसूरत बच्चे है और अपनी बात को सही साबित करने के लिए वह बादशाह से कहते है की वह सबसे ख़ूबसूरत बच्चे को ढूंढ कर लाएंगे। कहानी के अंत में बादशाह भी बीरबल की बात समझ जाते है की हर माता पिता के लिए उसका बच्चा ही, दुनिया का सबसे ख़ूबसूरत बच्चा है।
Emperor Akbar feels that his son is the most beautiful in the world, and all the courtiers praise his son. But Birbal says that he does not believe that the Prince is the most beautiful child in the world and to prove his point right, he tells the king that he will find the most beautiful child. At the end of the story, the Emperor also understands Birbal that for every parent, his child is the most beautiful child in the world.